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Hindi kahani - कीमती क्या ? सोना या चांदी

एक राजा के दरबार में एक बुद्धिमान मंत्री था, जिसके पास हर समस्या का हल था. राजा अपने इस मंत्री से बिना पूछे कोई भी बड़ा फैसला नहीं लेता था. इस मंत्री से राज दरबार के अन्य लोग जलन रखते थे. एक दिन राजदरबार में राजा ने अपने इस मंत्री से कहा, तुम इतने बुद्धिमान हो लेकिन तुम्हारा बेटा तो बेहद मूर्ख है! राजा की ये बात मंत्री को अच्छी नहीं लगी और मंत्री ने राजा से पूछा, महाराज! आप ऐसा क्यों बोल रहे हैं, आखिर आपको ऐसा क्यों लगता है कि मेरा बेटा मूर्ख है? राजा ने कहा, मैं रोज सुबह जब जनता से मिलने के लिए जाता हूं तो वहां पर तुम्हारा बेटा भी होता है और मैं रोज तुम्हारे बेटे से ये पूछता हूं कि सोना और चांदी में से कौन सी चीज सबसे ज्यादा कीमती है? तुम्हारा बेटा हर बार चांदी ही कहता है. राजा की ये बात सुनकर दरबार में मौजूद लोग मंत्री पर हंसने लगे और मंत्री को बुरा लगा.  मंत्री बिना कुछ कहे अपने घर वापस आ गया और घर आते ही मंत्री ने अपने बेटे से पूछा- सोने और चांदी में क्या मूल्यवान है? बेटे ने फौरन जवाब देते हुए कहा- पिताजी, सोना ! मंत्री ने बेटे से कहा, तुम्हें जब पता है कि सोना कीमती धातु है त...

Hindi Kavita - पीपल ने अपने बेटे से कहा चल आम दे - peepal ne apne bete se kaha chal aam de

पीपल ने अपने बेटे से कहा चल आम दे - 2 मैं तो ज्यादा कुछ कर ना पाया अब तू ही मुझे नाम दे   पीपल ने अपने बेटे से कहा चल आम दे  और जैसे कहेगी यह दुनियादारी, वैसे दूंगा तुझे खाद पानी  तुझे कुछ बनाने को , लुटा दूं तुझ पर सारी जवानी  और अब से तू इस गांव चौपाल में नहीं , बल्कि नर्सरी इंग्लिश बाग में रहेगा  और कोई जो पूछेगा तुझे नाम तेरा , तो अब से खुद को आम रहेगा  चल अब गला घोट , टाई लगा , फिते कस  कमर सीधी , भारी बस्ता , पकड़ पीली बस  फिर वहां से आना जल्दी , खाना खाना जल्दी  ट्यूशन माली के पास जाना जल्दी  क्योंकि फिर मैं तेरी यह दिल जैसी पत्तियां काट  तुझ पर आम की कलम लगाऊंगा  और फिर तू रो ले,  मर ले चाहे जितना  देख मैं तुझे आम ही बनाऊंगा ।

मानव की पूजा कौन करे मानवता पूजी जाती है lyrics - Manav ki pooja koun kare lyrics

मानव की पूजा कौन करे मानवता पूजी जाती है lyrics - Manav ki pooja koun kare lyrics - सामूहिक गीत मानव की पूजा कौन करे मानवता पूजी जाती है । फुलों की संख्या अगणित है पर अलिदों सब पर जाता है। वह तो उन पर मण्डराता है जो पुष्प पराग झुकाता है । निरस की पुजा कोन करे मधुमयता पुंजी जाती है। मानव की पुजा..... जो गहराई में गया नहीं ऊपर ही ऊपर चलता है मानस परिवर्तन किया नही केवल पैसों पर चलता है साधक की पुजा कौन करे साधकता पुंजी जाती है मानव की पुजा.... Hindipie.blogspot.com आकार बहुत सुन्दर पाया आचार न बिल्कुल पाया है संगीत कहेगा कौन उसे जो बिना कंठ से गाया है शब्दों की पुजा कौन करे स्वर लहरों पंजी जाती है मानव की पूजा...

हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय | Hindustan tan man Hindu jivan rag rag Hindu Mera parichay lyrics in hindi

हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! मैं अखिल विश्व का गुरु महान्, देता विद्या का अमरदान। मैंने दिखलाया मुक्ति-मार्ग, मैंने सिखलाया ब्रह्मज्ञान। मेरे वेदों का ज्ञान अमर, मेरे वेदों की ज्योति प्रखर। मानव के मन का अंधकार, क्या कभी सामने सका ठहर? मेरा स्वर नभ में घहर-घहर, सागर के जल में छहर-छहर। इस कोने से उस कोने तक, कर सकता जगती सौरभमय। हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! मैं तेज पुंज, तमलीन जगत में फैलाया मैंने प्रकाश। जगती का रच करके विनाश, कब चाहा है निज का विकास? शरणागत की रक्षा की है, मैंने अपना जीवन दे कर। विश्वास नहीं यदि आता तो साक्षी है यह इतिहास अमर। यदि आज देहली के खण्डहर, सदियों की निद्रा से जगकर। गुंजार उठे उंचे स्वर से ‘हिन्दू की जय’ तो क्या विस्मय? हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय! दुनिया के वीराने पथ पर जब-जब नर ने खाई ठोकर। दो आंसू शेष बचा पाया जब-जब मानव सब कुछ खोकर। मैं आया तभी द्रवित हो कर, मैं आया ज्ञानदीप ले कर। भूला-भटका मानव पथ पर ‍चल निकला सोते से जग कर। पथ के आवर्तों से थक कर, जो बैठ गया आधे पथ पर। उस नर को राह द...

Happy father's day top 10 stories in hindi stories | Father's day ki kahaniyan hindi me

हर पिता असाधारण होता है, क्योंकि उनके संघर्ष, जिजीविषा और अनुभव के आगे हर चुनौती छोटी है । इस लेख में है आपके लिए father's day पर 10 कहानियां लेकर आए है जो आपको जरूर पसंद आएंगी। 1. सम्मान का संकल्प बात उन दिनों की है. जब मुझे आठवीं के रिजल्ट के बाद बाद भविष्य के लिए नौवीं कक्षा में किस सब्जेक्ट कार चुनना है, यह तय करना था। लापरवाही के चलते मैं यह डिसाइड नहीं कर सका कि कौन-सी ब्रांच में एडमिशन लेना है। इसी बीच एडमिशन की डेट निकल जाने का पता चला तो मैं दौड़ा-दौड़ा स्कूल गया। अध्यापक से बात की तो उन्होंने कहा, तारीख निकल चुकी है। अब तुम्हारा एडमिशन नहीं हो सकता। मैंने स्कूल के प्रिंसिपल से अनुरोध किया तो वो भी बोले, तुम लेट हो गए। मैंने कहा, ठीक है। पर मैं पिताजी को क्या जवाब दूंगा ? मेरी तो हिम्मत भी नहीं होगी। मैं उन्हें भेजता हूं। आप ही उन्हें बता देना। यह सुनते ही प्रिंसिपल बोले, 'अरे, उन्हें मत भेजना।' मैं मायूस होकर घर पहुंचा तो पिताजी मेरा इंतजार ही कर रहे थे। उन्होंने पूछा एडमिशन हुआ क्या? मैंने कहा, प्रिंसिपल साहब से आप ही पूछ लीजिए। इस पर पिताजी मेरा हाथ पकड़कर स्कूल...

Hindi kahani - फोन नम्बर किसी को नही देना

मैं शर्ट खरीदने के लिये एक प्रतिष्ठित शो रूम के लिए गाड़ी से जा रहा था कि फोन की घण्टी बज उठी, “सर, महावीर होटल से बोल रहे हैं, हमारे यहाँ गुजराती-फ़ूड-फेस्टिवल चल रहा है। पिछली बार भी आप आये थे। आप विजिटर बुक में अच्छे कमेंट्स देकर गए थे, सर!” “देखता हूँ”, कहकर मैंने फोन बंद कर दिया। गाड़ी, थोड़ी आगे चली ही होगी कि फिर से एक कॉल आया, “सर, आपके जूते घिस गए होंगे। नए ले लीजिए।" "कौन बोल रहे हो, भाई? आपको कैसे पता चला मेरे जूते घिस गए हैं?" "सर, मैं सुंदर फुटवियर से बोल रहा हूँ। हमारी दुकान से आपने डेढ़ साल पहले जूते खरीदे थे। हमारा कंप्यूटर बता रहा है आपके जूते फट रहे होंगे या फटने ही वाले होंगे!” "भैया, क्या ये जरुरी है कि मेरे पास एक जोड़ी जूते ही हों? वक़्त-बेवक्त इस तरह फोन करना कहाँ की सभ्यता है, मेरे भाई?", कह कर मैंने फिर फोन काट दिया। मैंने फोन काटा ही था कि घण्टी वापस घनघना उठी, “सर, आपकी गाड़ी की सर्विसिंग ड्यू हो गई है, छह महीने हो गए हैं।” "भाई, आपको क्यों परेशानी हो रही है? मेरी गाड़ी की मैं सर्विसिंग करवाऊँ या न करवाऊँ? मेरी मर्ज़ी। कोई प्राइवेसी...

ईदगाह Modern Eidgah

रमज़ान के पूरे तीस रोजों के बाद ईद आई है. कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभात है. वृक्षों पर कुछ अजीब हरियाली है, खेतों में कुछ अजीब रौनक है,जोलहे हग रहे हैं, आसमान पर कुछ अजीब लालिमा है. आज का सूर्य देखो, कितना प्यारा, कितना शीतल है, मानो संसार को ईद पे फटने की बधाई दे रहा है. गांव में कितनी हलचल है. ईदगाह जाने की तैयारियाँ हो रही हैं. किसी के कुरते में बटन नहीं है, पड़ोस के घर से सुई-तागा लाने को दौड़ा जा रहा है. किसी की सुसाइड वेस्ट से ग्रेनेड निकल गए है. किसी के जूते कड़े हो गए हैं, उनमें तेल डालने के लिए तेली जी के घर भागा जाता है. किसी की राइफल में कारतूस खत्म हो गए हैं, भाग के मौलवी के यहां से मैगज़ीन लाने जा रहा हैं . कोई बकरी के तेल लगा रहा हैं, रात को मौज लेनी हैं  जल्दी-जल्दी बैलों को सानी-पानी दे दें. ईदगाह से लौटते-लौटते दोपहर हो जाएगी. फिर उनके कबाब पराठे भी बनाने है . तीन कोस का पैदल रास्ता, फिर सैकड़ों आदमियों से मिलना,भेंट करना. दोपहर के पहले लौटना असंभव है और अगर उससे पहले ही फट गए तो हमेशा के लिए लौटना मुश्किल हो जाएगा. लड़के सबसे ज्यादा प्रसन्न हैं. किसी ने एक रोज़...

Hindi kahani - खाली हाथ पिताजी के सामने

खाली हाथ प्रतिदिन की तरह आज भी मैंने शाम को ऑफिस से घर लौटने पर पोर्च में बाईक खड़ी की। बारामदे में कुर्सी पर बैठे बाबूजी आज भी एकटक मुझे ही देख रहे थे। मेरे एक हाथ में बैग था और दूसरा हाथ खाली। मैं वहीं बारामदे में उनके पास ही खाली पड़ी कुर्सी पर बैठ गया और पूछा कैसे हो ? सब ठीक तो है ना ? - हां बेटा। - - और तुम? - - अच्छा हूं। - पिछले दो वर्षों से, जब से माँ का देहांत हुआ है, यही क्रम चल रहा था। शाम को जब ऑफिस से लौटता तो बाबूजी मुझे दालान में रखी कुर्सी पर बैठे मिलते, लगता जैसे वे मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे हों। मुझे वे एक मासूम बच्चे की तरह गेट खुलने की ही प्रतीक्षा करते हुए मिलते। इसके बाद वे बाहर घूमने चले जाते और मैं अपने कामो में व्यस्त हो जाता। आज न जाने क्यों मुझे लगा कि बाबूजी मेरे हाथो की ओर भी देखते है। क्या देखते है, मेरी समझ में न आया। अपनी टीचर की नौकरी व घर-गृहस्थी में व्यस्त प्रीति दीदी हर बार की अपेक्षा इस बार रक्षाबंधन पर एक दिन रूकने का प्रोग्राम बना कर आई थीं। मेरी पत्नी रेनू दोनों बच्चों को लेकर दोपहर में दीदी से राखी बंधवाकर अपने भाई को राखी बांधने मायके...

शरण मे आये है हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन

शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन, सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी, दया करो हे दयालु भगवन, शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन, सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी, दया करो हे दयालु भगवन, न हम में बल है, न हम में शक्ति, न हम में साधन, न हम में भक्ति, तुम्हारे दर के हैं हम भिखारी, दया करो हे दयालु भगवन, शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन, जो तुम पिता हो, तो हम हैं बालक, जो तुम हो स्वामी, तो हम हैं सेवक, जो तुम हो ठाकुर, तो हम पुजारी,दया करो हे दयालु भगवन, शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन, भले जो हैं हम, तो हैं तुम्हारे, बुरे जो हैं हम, तो हैं तुम्हारे,तुम्हारे हो कर भी हम दुखारी,दया करो हे दयालु भगवन, शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन, शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन, सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी, दया करो हे दयालु भगवन, sharn me aaye hai hum tumhari daya karo he dayalu bhagwan sharan me aaye hain ham tumhaari, daya karo he dayaalu bhagavan, samhaalo bigadi dsha hamaari, daya karo he dayaalu bhagavann na ham ...

Hindi kahaniyan - गर्भवती महिला के पेट में बैल का सिंग

यह रुहानीयत भरी सत्य घटना एक अचंभित और रौंगटे खड़े कर देने वाले अनुभव के बारे में है जो आरंभ से अंत तक एक साँस में पढ़ने लायक है। जो मन गदगद हो जाए वैसे बताती है कि ईश्वर द्वारा भेजे गए  गुरू कब और किस रूप में प्रकट होते हैं यह कहना बहुत मुश्किल है। मैंने अपनी पहली नौकरी अलीबाग के अस्पताल में शुरू की। आने वाला प्रत्येक केस मेरी पुस्तकों से बढ़कर मुझे नया ज्ञान देता। प्रत्येक मरीज मुझे कुछ ना कुछ सिखाता। ऐसे ही एक दिन दोपहर में एक महिला आई। विवाह के 11 वर्ष बाद गर्भवती हुई। पर क्या हुआ? अलीबाग के सड़कों पर आवारा घूमते साँड ने उसे पेट में सींग मार दिया । अस्पताल में उसे लाने के बाद पहली नजर टपमें घाव देखने पर पेट का एक हिस्सा जख्मी था और गर्भाशय की दीवार के दरार से एक शिशु का हाथ बाहर झाँक रहा था मानों कह रहा हो कि मुझे बचा लो। एक क्षण में दिमाग में इतनी सारी बातें घूम गईं। माँ की जान बच सकती थी क्योंकि पेट का घाव गंभीर नहीं था। लेकिन गर्भाशय की दीवार को सिलना वो भी बालक का हाथ अंदर करके असंभव जान पड़ता था। परिवार ने स्पष्ट कह दिया कि माँ की जान बचाना जरूरी है। लेकिन मैं...