पीपल ने अपने बेटे से कहा चल आम दे - 2
मैं तो ज्यादा कुछ कर ना पाया अब तू ही मुझे नाम दे
पीपल ने अपने बेटे से कहा चल आम दे
और जैसे कहेगी यह दुनियादारी, वैसे दूंगा तुझे खाद पानी
तुझे कुछ बनाने को , लुटा दूं तुझ पर सारी जवानी
और अब से तू इस गांव चौपाल में नहीं , बल्कि नर्सरी इंग्लिश बाग में रहेगा
और कोई जो पूछेगा तुझे नाम तेरा , तो अब से खुद को आम रहेगा
चल अब गला घोट , टाई लगा , फिते कस
कमर सीधी , भारी बस्ता , पकड़ पीली बस
फिर वहां से आना जल्दी , खाना खाना जल्दी
ट्यूशन माली के पास जाना जल्दी
क्योंकि फिर मैं तेरी यह दिल जैसी पत्तियां काट
तुझ पर आम की कलम लगाऊंगा
और फिर तू रो ले, मर ले चाहे जितना
देख मैं तुझे आम ही बनाऊंगा ।
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