या कुन्देन्दुतुषारहारधवला - सरस्वती वंदना - Ya kundendu tushar har dhavala
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा माम् पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥1॥
ॐ सहनाववतु।
सह नौ भुनक्तु।
सह वीर्यं करवाव है।
तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषाव है।
असतो मा सदगमय ॥
तमसो मा ज्योतिर्गमय ॥
मृत्योर्मामृतम् गमय ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः।।
Ya kundendu tushar har dhavala
Ya kundendu tushar haar dhavala ya shubhravastravrita
ya veenavardandmanditkara ya shvetpadmasana
ya bramhachyut shankarprabhritibhirdevaih sada vandita
sa mam patu saraswati bhagwati nih sheshjangyapaha
om sahnavavtu
sah nou bhunaktu
sah viryam karvav hai
tejasvina dhitmastu maa vidvishav hai
asto maa sadgamay
tamso maa jyotirgamaya
mrityormaa amritangamaya
om shanti shanti shantih Hindipie.blogspot.com
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