सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

लव बॉम्बिंग क्या है? और लोग कैसे बन रहे इसके शिकार

लव बॉम्बिंग क्या है? और लोग कैसे बन रहे इसके शिकार (love bombing meaning in hindi): - लव बोम्बिंग शब्द सुनकर लगता है कि यह कोई प्यार इश्क से जुड़ा हुआ मामला है परन्तु यह उससे आगे भी बहुत कुछ है , यदि आप किसी व्यक्ति से मिलते हैं और वह अपसे हुए परिचय के कुछ दिन बाद ही आपकी खुलकर तारीफ करने लगता है , आपका खास ध्यान रख रहा है या आपसे विशेष तौर पर बात कर प्यार से पेश आ रहा है तो यहां आपको थोड़ा सतर्क रहने की जरूत है. क्योंकि आप लव बॉम्बिंग का शिकार हो सकते हैं. ये लोग आपसे दिन में कई-कई बार टेक्स्ट मेसेज, ईमेल और फोन कॉल के माध्यम से संपर्क करते हैं. आपकी तारीफ में चिकनी-चुपड़ी बातें करते हैं और जताते हैं कि आपसे बढ़कर और कोई नहीं है. इस तरह के व्यवहार को ‘लव बॉम्बिंग’ कहा जाता है.



जब एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति पर बहुत ज्यादा प्यार या लगाव दिखाकर उसे कंट्रोल करने लग जाता है, तब ये लव बॉम्बिंग कहलाता है। यह किसी भी फिल्ड में हो सकता है जैसे प्यार के लिए या जॉब के लिए भी. इस तरह के व्यवहार को ‘लव बॉम्बिंग’ कहा जाता है. Hindipie.blogspot.com

लव बॉम्बिंग अक्सर उन लोगों पर उपयोग किया जाता है जो दूसरे व्यक्ति से कुछ प्राप्त करना चाहते हैं, जैसे कि नौकरी, एहसान, या गोपनीय जानकारी. लव बॉम्बिंग शब्द को सबसे पहले ईसाई पीपुल्स टेम्पल पंथ के नेता जिम जोन्स द्वारा उपयोग में लिया गया था , जिन्होंने इसका उपयोगअपने अनुयायियों को आकर्षित करने और बनाए रखने के तरीके का वर्णन करने के लिए किया था. वह उन्हें प्रशंसा, उपहार और स्नेह के साथ उन्हें महसूस कराया कि वे एक विशेष समुदाय का हिस्सा थे. लव बॉम्बिंग सत्यापन और अपनेपन की मानवीय आवश्यकता का फायदा उठाकर काम करती है. यह लव बॉम्बर और लक्ष्य के बीच एक शक्तिशाली बंधन बनाता है.





हालांकि, लव बॉम्बिंग स्थायी नहीं है. यह एक भ्रामक तकनीक है जो लव बॉम्बर के गुप्त उद्देश्यों की पूर्ति के लिए काम करती है. एक बार जब लव बॉम्बर को लक्ष्य से वह मिल जाता है जो वे चाहते हैं, तो वे वापस अपने मूल स्वरुप में आ जाते है, और यह हमारे लिए अपमानजनक हो जाता हैं, और इसके बाद वे किसी अन्य लक्ष्य की तरफ चले जाते है . लव बॉम्बिंग के गंभीर मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक परिणाम हो सकते हैं. Hindipie.blogspot.com

यह बिलकूल ऐसा ही है जैसे कोई आपका उपयोग में ले और छोड़ दे, use and throw. आपको सीढी की तरह इस्तेमाल करे और छोड़ दे.


लव बॉम्बिंग और नौकरी

अक्सर ये शब्द डेटिंग के संबंध में इस्तेमाल किए जाते हैं जब कोई रिझाने के लिए तारीफ़ों के पुल बांधता है या फिर ऐसा कुछ करता है कि सामने वाला अहसान मानने लगे , लेकिन लव बॉम्बिंग रोमांटिक रिश्तों तक सीमित नहीं है. बहुत से लोगों को काम के क्षेत्र में भी इस तरह के व्यवहार का सामना करना पड़ता है. कई कंपनियां भी अपने यहां ख़ाली पदों के लिए उम्मीदवार तलाशने के दौरान ऐसा व्यवहार करती हैं.





सैन फ्रैंसिस्को की विख्यात करियर कोच सैमॉरन सेलिम कहती हैं, “अभ्यर्थियों को संकेतों को पकड़ना चाहिए. भर्ती करते समय अभ्यर्थी के अनुभव और प्रतिभा की तारीफ़ करना सामान्य बात है. वैसे भी नौकरी ऑफ़र करते समय सामने वाले को महत्व देना ज़रूरी होता है. मगर अभ्यर्थियों को तब सावधान हो जाना चाहिए जब सामने से बहुत बढ़ा-चढ़ाकर बातें की जा रही हों या फिर पारदर्शिता न अपनाई जा रही हो.” व्यक्ति को स्वयं उस जॉब की जानकारी लेनी चाहिए. Hindipie.blogspot.com

एक दुकान पर माल बेचने वाला सेल्समैन भी अपने सामान की जमकर तारीफ करता है. करियर काउंसलर परवीन मल्होत्रा के मुताबिक़, "कहा जाता है कि ख़रीददारी करते समय ख़रीददार को सावधान रहना चाहिए. यही सिद्धांत नौकरी तलाशने के मामले में भी लागू होता है."


क्यों खतरनाक हो सकती है लव बॉम्बिंग (Why love bombing can be dangerous): -

लव बॉम्बिंग एक-दूसरे को जानने के समय से ही शुरू हो जाती है, जो बहुत अच्छी लगती है। सामने वाले को महसूस होता है कि वह व्यक्ति उसकी कितनी केयर कर रहा है। कई बार बड़े झगड़े या ब्रेकअप के बाद भी कपल्स के बीच लव बॉम्बिंग हो सकती है। किसी को दूसरा मौका देने में कोई गलत बात नहीं है लेकिन जब कोई आपको नीचा दिखाने के बाद माफी के लिए भीख मांगे, वादा करे कि ऐसा दोबारा फिर कभी नहीं होगा, आपको रोजाना गुलाब के फूल भेजे तो यह लव बॉम्बिंग का एक तरीका है। ऐसे में जरूरी है कि आप सावधान हो जाएं।





खासकर डोमेस्टिक वायलेन्स (घरेलु हिंसा) के मामलों में एब्यूज करने वाला बार-बार यह कहता है कि वह आपसे कितना प्यार करता है। आपके गुड बुक्स में वापस आने के लिए ड्रामैटिक मूव्स भी अपनाने से नहीं हिचकता है। सच तो यह है कि एब्यूज करने वाले को कंट्रोल करने की आदत रहती है और बार-बार यह सब होता रहेगा। एब्यूज करने वाला का बिहेवियर इतनी आसानी से नहीं बदलता है और इस सबमें आप खतरे में हो सकती हैं। 


लव बॉम्बिंग करने वाले आपसे प्यारी-प्यारी बातें करते हैं। इससे आपकी ब्रेन से फ़ील गुड केमिकल निकलते हैं, जो बहुत अच्छा महसूस कराते हैं। जब भी कोई आपसे अच्छी तरह से बातें करता है, आपको टेक्स्ट, कॉल या फूल भेजता है, तो दिल और दिमाग दोनों खुश हो जाता है। 


लव बॉम्बिंग के लक्षण - Signs of love bombing


  1. क्या यह व्यक्ति आपकी फैमिली, करियर और हॉबी में बहुत ज्यादा रुचि ले रहा है?
  2. क्या यह व्यक्ति  बार बार आपकी तारीफ करता है ? 
  3. क्या यह व्यक्ति आपसे बार-बार यह जानना चाहता है कि आप कहां हैं और आपके जवाब न देने पर गुस्सा करता है? Hindipie.blogspot.com
  4. क्या यह व्यक्ति आपको कम्फर्टेबल फील कराता है? या आप हमेशा नर्वस रहती हैं?


लव बॉम्बिंग करने वाला व्यक्ति अन्य लोगों से अलग होता है। इसे आसानी से पहचान जा सकता है। इसके निम्न लक्षण हो सकते हैं: -


  • ऐसे लोग आपके समय की अनदेखी करते हैं और सिर्फ अपनी जरूरत के अनुसार चीजों को शेड्यूल करते हैं। 
  • ये लोग कॉम्प्लिमेन्ट देने में सबसे आगे रहते हैं और इन्हें पता होता है कि आपको क्या सुनना पसंद है। 
  • अन्य लोगों के बीच इन्हें दिखावा करना पसंद है, जिससे लोगों को यह लगे कि आप दोनों की रिलेशनशिप परफेक्ट और रोमांटिक है। 
  • ये लोग गिफ्ट्स देने में आगे रहते हैं और देने के बाद बार-बार जताते रहते हैं कि उन्होंने आपके लिए कितना कुछ किया है। 
  • लव बॉम्बिंग करने वाला शख्स आपसे बहुत प्यार से बात करता है, वो आपको फील गुड करवाता है।
  • यदि आप इनके एक एसएमएस का जवाब नहीं दें, तो ये लोग गुस्से में आकार आपको धमका भी सकते हैं।  
  • ये लोग आपको आपकी फैमिली और दोस्तों से अलग कर देते हैं ताकि आप पूरी तरह से उन पर निर्भर हो जाएं। 
  • आपको उनके साथ डर लगता है और आप कभी भी कम्फर्टेबल नहीं महसूस करती हैं। 
  • उनके इस बिहेवियर से आप डिप्रेशन में आने लग जाती हैं। Hindipie.blogspot.com


लव बॉम्बिंग सिर्फ कपल के बीच ही नहीं बल्कि दोस्तों में भी हो जाती है। अगर आपको भी रिलेशनशिप में कुछ अच्छा ना महसूस होने, त आप खुद को सेफ करते हुए रिश्ते से निकलने की कोशिश करें।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जीवन में कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो - सामूहिक गीत | jivan me kuch karna hai to man ke maare mat baitho - Samuhik geet

प्रेरणा गीत / सामूहिक गीत जीवन में कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो । आगे-आगे बढ़ना है तो, हिम्मत हारे मत बैठो ॥ चलने वाला मंजिल पाता, बैठा पीछे रहता है । ठहरा पानी सड़ने लगता, बहता निर्मल होता है पाँव मिले हैं चलने के खातिर, पाँव पसारे मत बैठो जीवन में कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो । आगे-आगे बढ़ना है तो, हिम्मत हारे मत बैठो ॥ तेज दौड़ने वाला खरहा, दो पाँव चलकर हार गया । धीरे-धीरे चलता कछुआ, देखो बाजी मार गया चलो कदम से कदम मिलाकर, दूर किनारे मत बैठो  आगे-आगे बढ़ना है तो, हिम्मत हारे मत बैठो ॥ धरती चलती तारे चलते, चाँद रात भर चलता है । किरणों का उपहार बांटने, सूरज रोज निकलता है हवा चले तो महक बिखरे, तुम भी ठाले मत बैठो आगे-आगे बढ़ना है तो, हिम्मत हारे मत बैठो ॥ जीवन में कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो । आगे-आगे बढ़ना है तो, हिम्मत हारे मत बैठो ॥

Happy father's day top 10 stories in hindi stories | Father's day ki kahaniyan hindi me

हर पिता असाधारण होता है, क्योंकि उनके संघर्ष, जिजीविषा और अनुभव के आगे हर चुनौती छोटी है । इस लेख में है आपके लिए father's day पर 10 कहानियां लेकर आए है जो आपको जरूर पसंद आएंगी। 1. सम्मान का संकल्प बात उन दिनों की है. जब मुझे आठवीं के रिजल्ट के बाद बाद भविष्य के लिए नौवीं कक्षा में किस सब्जेक्ट कार चुनना है, यह तय करना था। लापरवाही के चलते मैं यह डिसाइड नहीं कर सका कि कौन-सी ब्रांच में एडमिशन लेना है। इसी बीच एडमिशन की डेट निकल जाने का पता चला तो मैं दौड़ा-दौड़ा स्कूल गया। अध्यापक से बात की तो उन्होंने कहा, तारीख निकल चुकी है। अब तुम्हारा एडमिशन नहीं हो सकता। मैंने स्कूल के प्रिंसिपल से अनुरोध किया तो वो भी बोले, तुम लेट हो गए। मैंने कहा, ठीक है। पर मैं पिताजी को क्या जवाब दूंगा ? मेरी तो हिम्मत भी नहीं होगी। मैं उन्हें भेजता हूं। आप ही उन्हें बता देना। यह सुनते ही प्रिंसिपल बोले, 'अरे, उन्हें मत भेजना।' मैं मायूस होकर घर पहुंचा तो पिताजी मेरा इंतजार ही कर रहे थे। उन्होंने पूछा एडमिशन हुआ क्या? मैंने कहा, प्रिंसिपल साहब से आप ही पूछ लीजिए। इस पर पिताजी मेरा हाथ पकड़कर स्कूल...

तृप्ति डिमरी की जीवनी - Tripti dimri ki jivni in Hindi

तृप्ति डिमरी ने अपने फिल्मी करियर में अपनी पहचान बनाने के लिए कई संघर्ष किए हैं। उनकी खासियत है कि वे प्रामाणिक और भावनात्मक रूप से गहरी भूमिकाओं को प्राथमिकता देती हैं। यहां उनकी जीवनी के कुछ और पहलू दिए गए हैं। प्रारंभिक जीवन तृप्ति का जन्म 23 फरवरी 1994 को हुआ। उनका परिवार उत्तराखंड से है, लेकिन उनका पालन-पोषण दिल्ली में हुआ। बचपन से ही उन्हें अभिनय और कला के प्रति रुचि थी। वे न केवल पढ़ाई में बल्कि सह-पाठयक्रम गतिविधियों में भी सक्रिय थीं। करियर की शुरुआत पोस्टर बॉयज (2017): इस फिल्म में तृप्ति का किरदार छोटा था, लेकिन उन्होंने अपने अभिनय कौशल से ध्यान आकर्षित किया। लैला मजनू (2018): इम्तियाज अली द्वारा प्रस्तुत इस फिल्म में तृप्ति ने लैला का किरदार निभाया। उनकी मासूमियत और गहराई से भरी अदाकारी ने दर्शकों का दिल जीत लिया। बुलबुल (2020): नेटफ्लिक्स की इस फिल्म ने तृप्ति के करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। इसमें उन्होंने एक रहस्यमय और सशक्त महिला का किरदार निभाया। प्रसिद्धि और प्रशंसा तृप्ति को उनकी फिल्मों के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। फिल्मफेयर ...