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ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आँख में भर लो पानी लिरिक्स -सामूहिक गीत | e mere watan ke logo jara aankh me bhar lo pani lyrics - Samuhik geet


ऐ मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा.

ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा 

पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए

कुछ याद उन्हें भी कर लो, 2 जो लौट के घर न आए. • 2


ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आँख में भर लो पानी

जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुरबानी, 

तुम भूल न जाओ उनको, इस लिये सुनो ये कहानी,

जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुरबानी


जब घायल हुआ हिमालय, खतरे में पड़ी आजादी

जब तक थी साँस लड़े वो 2,फिर अपनी लाश बिछा दी

संगीन पे धर कर माथा, सो गये अमर बलिदानी

जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुरबानी


जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली

जब हम बैठे थे घरों में, वो झेल रहे थे गोली

थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी

जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुरबानी


कोई सिख कोई जाट मराठा -2, कोई गुरखा कोई मदरासी- 2

सरहद पर मरने वाला -2, हर वीर था भारतवासी

जो खून गिरा पर्वत पर, वो खून था हिंदुस्तानी

जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुरबानी


थी खून से लथपथ काया, फिर भी बन्दूक उठाके

दस-दस को एक ने मारा फिर गिर गये होश गँवा के

जब अन्त-समय आया तो 2 कह गए के अब मरते हैं

खुश रहना देश के प्यारों, 2 अब हम तो सफर करते हैं, 2 


क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी

जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुरबानी

तुम भूल न जाओ उनको, इस लिये कही ये कहानी

जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुरबानी

जय हिन्द, जय हिन्द, जय हिन्द की सेना 2 


जय हिन्द जय हिन्द जय हिन्द

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