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तुम समय की रेत पर छोड़ते चलो निशान | Tum samay ki ret par chhodte chalo nishan

तुम समय की रेत पर छोड़ते चलो निशान, दे

देखती तुम्हें ज़मीन देखता है आसमां - 2

लिखते चलो नौजवान , नित नयी कहानियाँ, 

तुम मिटा दो ठोकरों से, ज़ुल्म की निशानियाँ

कल की तुम मशाल हो , सबसे बेमिसाल हो,

तिनके तिनके को बना दो , ज़िन्दगी का आशियाँ





तुम समय की रेत पर छोड़ते चलो निशान, 

देखती तुम्हें ज़मीन देखता है आसमां- 2


ये निशान एक दिन , जहान का अमन बने, 

ये निशान एक दिन , प्रीत का चमन बने

हँसते हुए हमसफ़र , गाते चलें हो निडर, 

आगे आगे बढता चले , ज़िन्दगी का कारवां


तुम समय की रेत पर छोड़ते चलो निशान, 

देखती तुम्हें ज़मीन देखता है आसमां - 2


तुम जिधर चलो उधर , रास्ता बने नया, 

एक उठाये सबका बोझ , वक़्त वो चला गया

सब कमायें साथ साथ , काम करें सबके हाथ, 

जो भी आगे बढ़ रहा , है देखता उसे जहां


तुम समय की रेत पर छोड़ते चलो निशान, 

देखती तुम्हें ज़मीन देखता है आसमां -2




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