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अगर नहीं जानते वाटर प्रूफ, वाटर रिपेलेंट और वाटर रेसिस्टेंट में अंतर, तो यहां पर जाने





स्मार्टफोन में रोजाना आ रहे नए फीचर के बीच का अंतर पता होना ज्ञान और जरुरत दोनों के हिसाब से बहुत आवश्यक है।




स्मार्टफोन आजकल सिर्फ रैम, मेमोरी, प्रौसेसर और कैमरा के अच्छे होने से ही स्मार्ट नहीं बन जाते। स्मार्टफोन में अब कई अलग अलग फीचर्स भी आने लगे हैं, जो इसे ज्यादा स्मार्ट बनाते हैं। अब फोन वाटर और डस्ट रेसिस्टेंट आते हैं। इन फोन पर पानी और धूल का भी कोई असर नहीं होता है। ऐसे फोन यूजर्स के लाइफस्टाइल और काम के तरीके को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं। बाजार में ऐसे कई स्मार्टफोन हैं जिनमे कुछ वाटर प्रूफ, वाटर रिपेलेंट और वॉटर रेसिस्टेंट सर्टिफिकेट के साथ आते हैं।

लोगों को इन तीनों तरह के फीचर्स में आमतौर पर कन्फ्यूजन होता है। इस तरह का फोन लेने से पहले तीनों में अंतर जान लेना भी अत्यंत जरुरी है।




वाटर प्रूफ: - वाटरप्रूफ फीचर के साथ आने वाले फोन को पानी में कोई नुकसान नहीं होता। आमतौर पर कई स्मार्टफोन IP68 और IP67 सर्टिफिकेशन के साथ आते हैं, जिसका मतलब होता है कि फोन को 30 मीटर तक पानी में रखने के बाद भी कुछ नहीं होगा। इसी के साथ इस तरह के फोन्स को पानी के अंदर पिक्चर लेने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सैमसंग, सोनी और एप्पल के स्मार्टफोन डिवाइस मुख्य रूप से इस फीचर के साथ आते हैं।

वाटर रिपेलेंट: - यह वाटर प्रूफ फीचर से एक स्तर या एक स्टेज कम है। इस फीचर का मतलब है की आपके फोन पर एक थिन-फिल्म (पतली परत) चढ़ाई गई है जो फोन में पानी नहीं जाने देगी। इसे फोन के अंदर और बाहर दोनों ही तरफ लगाया जाता है। पानी से बचाने के लिए इस तरह के फोन पर एक हाइड्रोफोबिक सतह तैयार की जाती है, जिससे फोन पर पानी का कोई असर नहीं होता और वह गंदगी को जमने भी नहीं देता। एक आम स्मार्टफोन डिवाइस की तुलना में इस तकनीक से लैस फोन ज्यादा समय पानी में बिना खराब हुए रह सकते हैं।

वाटर रेसिस्टेंट: - वाटर रेसिस्टेंट इस श्रेणी में सबसे छोटे स्तर का फीचर है। अगर आपका फोन वाटर रेसिस्टेंट है तो पानी में जाने पर वो खराब हो जाएगा। इसका मतलब यह है की आपके फोन पर पानी की कुछ छीटें पड़ने के बाद भी नुकसान नहीं होगा। लेकिन, अगर आपका फोन वॉटर रेसिस्टेंट है तो आप अपने फोन को पानी में डालने की भूल मत करना वरना इसमे पानी चला जायेगा और बाद में रिपेयर करना पड़ेगा, इसके बाद भी कुछ कह नही जा सकता।

इन तीनों में अंतर जान लेने के बाद आपके लिए इन फीचर्स से लैस स्मार्टफोन लेने में आसानी होगी। इसी के साथ आपको पता भी चल जाएगा की आपको कौन-से फीचर से लैस स्मार्टफोन लेना है।

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